Molecule having non-polar as well as polar bonds but the molecule as a whole is polar:
1.
2.
3.
4.
निम्नलिखित अणु में अध्रुवीय के साथ-साथ ध्रुवीय बंध भी होते हैं, लेकिन पूर्ण रूप से अणु ध्रुवीय है:
1.
2.
3.
4.
The geometry with respect to the central atom of the following molecules are:
1. planar, pyramidal, planar
2. planar, pyramidal, pyramidal
3. pyramidal, pyramidal, pyramidal
4. pyramidal, planer, pyramidal
निम्नलिखित अणुओं के केंद्रीय परमाणु के संबंध में ज्यामिति हैं:
1. समतलीय, पिरामिडी, समतलीय
2. समतलीय, पिरामिडी, पिरामिडी
3. पिरामिडी, पिरामिडी, पिरामिडी
4. पिरामिडी, समतलीय, पिरामिडी
is an unstable yellow orange solid and is a colourless liquid both have OO bond and
OO bond length in and respectively is:
1. 1.22 A, 1.48A
2. 1.48 A, 1.22A
3. 1.22 A, 1.22A
4. 1.48 A, 1.48A
एकअस्थायी पीला नारंगी ठोस है और एकरंगहीन द्रव है और में दोनों OO बंध और OO बंध लंबाई क्रमशः है:
1. 1.22 A, 1.48A
2. 1.48 A, 1.22A
3. 1.22 A, 1.22A
4. 1.48 A, 1.48A
The structure of is as follows :
How many derivative structures of can be derived from the basic structure, by the
replacement of two hydrogen atoms?
1. 2
2. 3
3. 4
4. 5
की संरचना इस प्रकार है:
मूल संरचना से, दो हाइड्रोजन परमाणुओं के प्रतिस्थापन द्वारा की कितनी व्युत्पन्न संरचनाओं को प्राप्त किया जा सकता है?
1. 2
2. 3
3. 4
4. 5
Consider the following information (X=F or Cl)
Molecule P-X(axial) P-X(Equitorial)
bond length bond length
PF5 a b
PF4CH3 c d
PF3(CH3)2 e f
PCl5 g h
According to information choose the incorrect order of bond length :
1. g>a>d>b
2. g>e>f>b
3. f>d>a>b
4. c>f>d>b
निम्नलिखित जानकारी पर विचार कीजिए (X = F या Cl)
अणु P-X (अक्षीय) P-X (विषुवतीय)
बंधन लंबाई बंधन लंबाई
PF5 a b
PF4CH3 c d
PF3(CH3)2 e f
PCl5 g h
जानकारी के अनुसार बंध लंबाई का गलत क्रम चुनिए:
1. g>a>d>b
2. g>e>f>b
3. f>d>a>b
4. c>f>d>b
The correct sequence of polarity of the following molecule
(1) Benzene
(2) Inorganic Benzene
(3)
(4)
1 2 3 4 1 2 3 4
(a) P NP NP P (b) NP NP NP P
(c) NP P NP P (d) NP P P NP
(Where P=polar, NP=non-polar)
निम्नलिखित अणु की ध्रुवता का सही अनुक्रम हैं -
(1) बेंजीन (2) अकार्बनिक बेंजीन
(3) (4)
1 2 3 4 1 2 3 4
(a) P NP NP P (b) NP NP NP P
(c) NP P NP P (d) NP P P NP
(जहां P = ध्रुवीय, NP = अध्रुवीय)
Cis-butene dioic acid
Trans-butene dioic acid
The incorrect statement regarding above the information is:
1. species is more basic than species
2. species is more basic than species
3. is greater than
4. is greater than
समपक्ष-ब्यूटीन डाइओइक अम्ल
विपक्ष-ब्यूटीन डाइओइक अम्ल
उपरोक्त जानकारी के अनुसार गलत कथन है:
1. स्पीशीज, स्पीशीज की तुलना में अधिक क्षारीय है
2. स्पीशीज, स्पीशीज की तुलना में अधिक क्षारीय है
3. , से अधिक है
4. , से अधिक है
The correct geometry and hybridisation for XeF4 are
1. octahedral, sp3d2
2. trigonal bipyramidal, sp3d2
3. planar triangle, sp3d3
4. square planar, sp3d2
XeF4 के लिए सही ज्यामिति और संकरण हैं-
1. अष्टफलकीय, sp3d2
2. त्रिकोणीय द्विपिरामिडी, sp3d2
3. समतलीय त्रिकोणीय, sp3d3
4. वर्ग समतलीय, sp3d2
Which of the following is not a correct statement?
1. The electron-deficient molecules can act as Lewis acids
2. The canonical structures have no real existence
3. Every AB5 molecule does, in fact, have square pyramid structure
4. Multiple bonds are always shorter than corresponding single bonds
निम्नलिखित में से कौन सा एक सही कथन नहीं है?
1. इलेक्ट्रॉन न्यून अणु लुईस अम्ल के रूप में कार्य कर सकते हैं
2. विहित संरचनाओं का कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है
3. वास्तव में प्रत्येक AB5 अणु में वर्ग पिरामिडी संरचना होती है
4. बहु बंध हमेशा संगत एकल बंध से छोटे होते हैं
Which of the following statement is not correct from the view point of molecular orbital theory ?
(1) Be2 is not a stable molecule
(2) He2 is not a stable but He2+ is expected to exist.
(3) Bond strength of N2 is maximum amongst the homonuclear diatomic molecules belonging to the second period.
(4) The order of energies of molecular orbitals in N2 molecule is
s2s < s*2s < s2pz < (p2px=p2py) < (p*2px=p*2py) < s*2pz
निम्नलिखित में से कौन सा कथन अणु कक्षीय सिद्धांत के दृष्टिकोण से सही नहीं है?
(1) Be2 एक स्थायी अणु नहीं है
(2) He2 एक स्थायी नहीं है, लेकिन He2+ के उपस्थित होने की उम्मीद है।
(3) N2 का बंध सामर्थ्य दूसरी आवर्त से संबंधित समनाभिकीय द्विपरमाणुक अणुओं में से अधिकतम है।
(4) N2 अणु में अणु कक्षक की ऊर्जाओं का क्रम है
s2s < s*2s < s2pz < (p2px=p2py) < (p*2px=p*2py) < s*2pz