The correct order of increasing s-character (in percentage) in the hybrid orbitals of the following molecules/ions is:
(i) (ii) (iii) (iv) (v)
1. (ii)<(iii)<(iv)<(i)<(v)
2. (ii)<(iv)<(iii)<(v)<(i)
3. (iii)<(ii)<(i)<(v)<(iv)
4. (ii)<(iv)<(iii)<(i)<(v)
निम्नलिखित अणुओं/आयनों के संकर कक्षकों में बढ़ते s-लक्षण (प्रतिशत में) का सही क्रम है:
(i) (ii) (iii) (iv) (v)
1. (ii)<(iii)<(iv)<(i)<(v)
2. (ii)<(iv)<(iii)<(v)<(i)
3. (iii)<(ii)<(i)<(v)<(iv)
4. (ii)<(iv)<(iii)<(i)<(v)
The correct order of strength of H-bond in the following compound?
1. >
2.
3. HF>
4. HF>
निम्नलिखित यौगिक में H-बंध की सामर्थ्य का सही क्रम?
1. >
2.
3. HF>
4. HF>
Which of the following order of molecular force of attraction among given species is incorrect?
1. HI > HBr >
2.
3. n- pentane > iso-pentane > neo-pentane
4.
दी गई स्पीशीज में अणु आकर्षण बल के लिए निम्नलिखित में से कौन सा क्रम गलत है?
1. HI > HBr >
2.
3. n- पेन्टेन > आइसो-पेन्टेन >निओ-पेन्टेन
4.
The correct increasing order of extent of hydrolysis is :
1.
2.
3.
4.
जलअपघटन की सीमा का सही बढ़ता क्रम है:
1.
2.
3.
4.
solubillity of alkali metal fluorides increases down the group select correct explanation for given statement :
1. Hydration energy increase and lattice energy decrease down the group
2. both energy decrease down the group but decrease in hyderation energy is rapid
3. both energy decrease down the group but decrease in lattice energy is rapid
4. both energy decrease down the group but increase in hyderation energy is rapid
क्षारीय धातु फ्लोराइड की घुलनशीलता वर्ग में नीचे जाने पर बढ़ जाती है, दिए गए कथन के लिए सही स्पष्टीकरण का चयन कीजिए:
1. जलयोजन ऊर्जा वर्ग में नीचे जाने पर बढ़ जाती है और जालक ऊर्जा कम हो जाती है
2. दोनों ऊर्जा वर्ग में नीचे जाने पर कम होती हैं, लेकिन जलयोजन ऊर्जा में कमी तेजी से होती है
3. दोनों ऊर्जा वर्ग में नीचे जाने पर कम होती हैं लेकिन जालक ऊर्जा में कमी तेजी से होती है
4. दोनों ऊर्जा वर्ग में नीचे जाने पर कम होती हैं लेकिन जलयोजन ऊर्जा में वृद्धि तेजी से होती है
When is adsorbed on a metallic surface, electron transfer occurs from the ,metal to . The wrong statements(s) regarding this adsorption is (are):
1. is physisorbed
2. Heat is released
3. Occupancy of of is increased
4. Bond length of is increased
जब एक धातु की सतह पर अवशोषित होता है, धातु से पर इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण होता है। इस अवशोषण के संबंध में गलत कथन है/हैं:
1. भौतिक अधिशोष्य है
2. ऊष्मा निर्गत होती है
3. की की प्राप्ति बढ़ जाती है
4. की बंध लंबाई बढ़ जाती है
Which of the following compound have the same no. of lone pair with their central atom?
(a) (b) (c) (d)
(e) Triple Methylene
options are as follows :
1. (iv) and (v)
2. (i) and (iii)
3. (i) and (ii)
4. (ii) (iv), (v)
निम्नलिखित में से किस यौगिक में उनके केंद्रीय परमाणु के साथ एकाकी युग्म की संख्या समान होती है?
(a) (b) (c) (d)
(e) त्रिक मेथिलीन
विकल्प इस प्रकार हैं:
1. (iv) और (v)
2. (i) और (iii)
3. (i) और (ii)
4. (ii) (iv), (v)
Which is not true according to VBT-
1. A covalent bond is formed by the overlapping of orbitals with unpaired electrons of opposite spins.
2. A covalent bond is formed by the overlapping of orbitals with unpaired electrons of same spin.
3. The greater the extent of overlapping the stronger is the bond.
4. Overlapping takes place only in the direction of maximum electron density of the orbital.
संयोजकता बंध सिद्धांत (VBT) के अनुसार सही नहीं है-
1. एक सहसंयोजक बंध विपरीत घूर्णन के अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों के साथ कक्षक के अतिव्यापन द्वारा निर्मित किया जाता है।
2. एक सहसंयोजक बंधन समान घूर्णन के अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों के साथ कक्षक के अतिव्यापन द्वारा निर्मित किया जाता है।
3. अतिव्यापन की सीमा जितनी अधिक होगी बंध उतना ही प्रबल होगा।
4. अतिव्यापन केवल कक्षक के अधिकतम इलेक्ट्रॉन घनत्व की दिशा में होता है।
Assertion : Carbon has unique ability to form multiple bonds with itself and with other
atoms of small size and high electronegativity.
Reason : Heavier elements of group do not form multiple bonds with itself because
their atomic orbitals are too large and diffuse to have effective overlapping.
अभिकथन: कार्बन में स्वयं के साथ और अन्य छोटे आकार और उच्च विद्युत्ऋणात्मक वाले परमाणुओं के साथ बहु बंध निर्माण की अद्वितीय क्षमता होती है।
कारण: वर्ग के भारी तत्व स्वयं के साथ बहु बंध निर्मित नहीं करते हैं क्योंकि
उनके परमाणु कक्षक बहुत बड़े हैं और प्रभावी अतिव्यापन होने पर प्रसारित होते हैं।