During an electrolysis of conc. H2SO4, perdisulphuric acid (H2S2O8) and O2 from in equimolar amount. The amount of H2 that will form simultaneously will be (2H2SO4 → H2S2O8 + 2H+ + 2e–)
1. thrice that of O2 in moles
2. twice that of O2 in moles
3. equal to that of O2 in moles
4. half of that of O2 in moles
सांद्र H2SO4 विद्युतअपघटन के दौरान, परडाइसल्फ्यूरिक अम्ल (H2S2O8) और O2 सममोलर मात्रा में बनता है। H2 की मात्रा जो एक साथ बनेगी (2H2SO4 → H2S2O8 + 2H+ + 2e–)
1. O2 का तीन गुना मोल में
2. O2 का दो गुना मोल में
3. O2 का दो गुना मोल में
4. O2 का आधा मोल में
It is observed that the voltage of a galvanic cell using the reaction M(s) + xH+ Mx+ + H2 varies linearly with the log of the square root of the hydrogen pressure and the cube root of the Mx+ concentration. The value of x is
(1) 2
(2) 3
(3) 4
(4) 5
यह देखा गया है कि अभिक्रिया M(s) + xH+ Mx+ + H2 का उपयोग करके एक गैल्वेनी सेल की वोल्टता हाइड्रोजन दाब के वर्गमूल के log और Mx+ सांद्रता के घनमूल के साथ रैखिकीय रूप से भिन्न होता है। x का मान है:
(1) 2
(2) 3
(3) 4
(4) 5
Consider the cell Ag(s)|AgBr(s)|Br–(aq)||AgCl(s)|Cl–(aq)|Ag(s) at 25°C. The solubility product constants of AgBr & AgCl are respectively 5 × 10–13 & 1 × 10–10. For what ratio of the concentrations of Br– & Cl–ions would the emf of the cell be zero ?
(1) 1 : 200
(2) 1 : 100
(3) 1 : 500
(4) 200 : 1
25°C पर सेल Ag(s)|AgBr(s)|Br–(aq)||AgCl(s)|Cl–(aq)|Ag(s) विचार कीजिए। AgBr और AgCl के विलेयता गुणनफल स्थिरांक क्रमश: 5 × 10–13 और 1 × 10–10 हैं। Br– और Cl– की सांद्रताओं के किस अनुपात के लिए सेल का विद्युत वाहक बल (emf) शून्य होगा?
(1) 1 : 200
(2) 1 : 100
(3) 1 : 500
(4) 200 : 1
How much charge should be supplied to a cell for the electrolytic production of 245 gm from if the anode efficiency for the required reaction is 60%?
(1) 6.43 ×
(2) 3.67 F
(3) 6.43 ×
(4) 5.67 F
यदि आवश्यक अभीक्रिया के लिए एनोड दक्षता 60% है, तो से 245 g के विद्युतअपघटनी उत्पादन के लिए एक सेल को कितना आवेशित किया जाना चाहिए?
(1) 6.43 ×
(2) 6.67 F
(3) 6.43 ×
(4) 66.67 F
The potential of the following concentration cell at room temperature is-
(1) -0.118V
(2) -0.0591V
(3) 0.118V
(4) 0.0591V
K पर निम्नलिखित सेल का विभव है-
(1) -0.118V
(2) -0.0591V
(3) 0.118V
(4) 0.0591V
On the basis of the information available from the reaction.
of O2, the minimum EMF required to carry out the electrolysis of Al2O3 is (F=96500 C mol-1)
1. 2.14 V
2. 4.28 V
3. 6.42 V
4. 8.56 V
अभिक्रिया से उपलब्ध जानकारी के आधार पर,
O2 का, न्यूनतम EMF जो कि Al2O3 के विद्युत् अपघटन को पूरा करने के लिए आवश्यक है (F = 96500 C mol-1)
(1) 2.14 V
(2) 4.28 V
(3) 6.42 V
(4) 8.56V
If a salt bridge is removed from the two half cells, the voltage:
1. drops to zero
2. does not change
3. increases gradually
4. increases rapidly
यदि दो अर्ध सेलों से एक लवण सेतु हटा दिया जाता है, तो वोल्टेज:
(1) शून्य तक गिर जाता है
(2) नहीं बदलता है
(3) धीरे-धीरे बढ़ता है
(4) तेजी से बढ़ता है
Kohlrausch's law states that at
(1) finite dilution, each ion makes definite contribution to equivalent conductance of an electrolyte, whatever be the nature of the other ion of the electrolyte
(2) infinite dilution, each ion makes definite contribution to equivalent conductance of an electrolyte depending on the nature of the other ion of th electrolyte
(3) infinite dilution, each ion makes definite contribution to conductance of an electrolyte whatever be the nature of the other ion of the electrolyte
(4) infinite dilution, each ion makes definite contribution to equivalent conductance of an electrolyte, whatever be the nature of the other ion of the electrolyte
कोलराउश के नियम में कहा गया है कि
(1) परिमित तनुता पर, प्रत्येक आयन एक विद्युत अपघट्य की तुल्यांक चालकता के लिए निश्चित योगदान देता है, विद्युत अपघट्य के अन्य आयन की प्रकृति जो भी हो
(2) अनंत तनुता पर, प्रत्येक आयन विद्युत अपघट्य के अन्य आयन की प्रकृति के आधार पर एक विद्युत अपघट्य की तुल्यांक चालकता के लिए निश्चित योगदान देता है
(3) अनंत तनुता पर, प्रत्येक आयन एक विद्युत अपघट्य की चालकता के लिए निश्चित योगदान देता है, विद्युत अपघट्य के अन्य आयन की प्रकृति जो भी हो
(4) अनंत तनुता पर, प्रत्येक आयन एक विद्युत अपघट्य की तुल्यांक चालकता के लिए निश्चित योगदान देता है, विद्युत अपघट्य के अन्य आयन की प्रकृति जो भी हो
How much will the reduction potential of a hydrogen electrode change when its solution initialy at pH=0 is neutralised to pH =7 ?
1. increase by 0.059 V
2. Decrease by 0.059 V
3. Increase by 0.41 V
4. Decrease by 0.41 V
जब इसका विलयन प्रारंभ में pH= 0 पर pH = 7 के लिए उदासीन हो जाता है हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड का अपचयन विभव कितना परिवर्तित हो जायेगा?
(1) 0.059 V से बढ़ेगा
(2) 0.059 V से घटेगा
(3) 0.41 V से बढ़ेगा
(4) 0.41 V से घटेगा
gas can’t be obtained by the electrolysis of any salt because-
(1) Fluorine is the strongest reducing agent
(2) Fluorine is the strongest oxidising agent.
(3) Fluorine easily combine with atmospheric
(4) All
गैस को किसी भी लवण के विद्युत अपघटन द्वारा प्राप्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि-
(1) फ्लुओरीन सबसे प्रबल अपचायक है
(2) फ्लुओरीन सबसे प्रबल ऑक्सीकारक है
(3) फ्लुओरीन वायुमंडलीय के साथ आसानी से संयोजित हो जाता है
(4) सभी